चुप्पी

चुप्पी

चुप्पी....अच्छी है।
अल्प है, फिर भी विशेष है,
स्वच्छ सब संदेश है।
कुछ छन का अवशेष है,
निराधार नहीं इसका भेष है।

चुभती है,
चिल्लाती है,
मगर कुछ बताती नहीं,
गंभीरता का आलम है,
लेकिन मन का बालम है।

-गौतम झा

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1 Comments

  •  
    Gunja
    9 months ago

    गंभीरता का आलम है, लेकिन मन का बालम है.... Wow!

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